रतन टाटा की सक्सेस स्टोरी हर बच्चे के लिए है प्रेरणा


By Mahima Sharan14, Jul 2024 01:42 PMjagranjosh.com

रतन टाटा

रतन टाटा, टाटा समूह के अध्यक्ष हैं, जो स्टील, ऑटोमोबाइल, सॉफ्टवेयर, हॉपिटेलिटी और कैमिकल में रुचि रखने वाला एक समूह है। वे भारत के सबसे सम्मानित और सफल बिजनेसमैन में से एक हैं।

टाटा परिवार

उन्होंने वर्ष 1990 से 2012 तक टाटा के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। टाटा परिवार के वारिस टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ था।

रतन टाटा की कुल संपत्ति

रतन टाटा देश के सबसे अमीर व्यक्तियों के लिस्ट में आते हैं। इनकी कुल संपत्ति 1 बिलियन डॉलर है। रतन टाटा का जन्म मुंबई में एक धनी परिवार में हुआ था और उनके पिता टाटा समूह के प्रमुख थे।

रतन टाटा की सफलता की कहानी

रतन टाटा ने दून स्कूल और फिर संयुक्त राज्य अमेरिका में कॉर्नेल विश्वविद्यालय से पढ़ाई किया है। अपनी पढ़ाई के बाद, वे टाटा समूह में शामिल हो गए और इसके अध्यक्ष बन गए

टाटा के ब्रांच

उनके नेतृत्व में, टाटा समूह 100 बिलियन डॉलर के कारोबार के साथ भारत में सबसे सफल समूहों में से एक बन गया है। समूह की उपस्थिति 100 से अधिक देशों में है और इसमें 700,000 से अधिक लोग कार्यरत हैं।

परोपकारी व्यक्ति

रतन टाटा एक परोपकारी व्यक्ति भी हैं और उन्होंने चैरेटी वाले कार्यों के लिए अरबों डॉलर दान किए हैं। इसके अलावा, टाटा के प्रमुख समूहों में से एक टाटा ट्रस्ट ने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल को 50 मिलियन डॉलर से अधिक का दान दिया है।

कई कंपनियां को किया टेकओवर

टाटा के कुछ प्रमुख कंपनियों में टीसीएस, टाटा मोटर्स, टाटा पावर, टाटा कम्युनिकेशंस और वोल्टास शामिल हैं। टाटा के नेतृत्व में, टाटा समूह ने कोरस, जगुआर लैंड रोवर और टेटली सहित कई कंपनियों को टेकओवर किया।

प्रभावशाली बिजनेसमैन

हाल के वर्षों में, रतन टाटा टाटा समूह के कुछ सबसे हाई-प्रोफाइल टेकओवर की लिस्ट में शामिल रहे हैं। उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान बैंगलोर में टाटा सेंटर फॉर सोशल एंटरप्राइज की स्थापना की। उन्हें दुनिया के सबसे प्रभावशाली बिजनेसमैन में गिना जाता है।

रतन टाटा का भारत और विदेशों में व्यापक सम्मान है। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ 

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