G7 summit 2024: यह शिखर सम्मेलन भारत के लिए क्यों जरूरी है?


By Priyanka Pal14, Jun 2024 01:39 PMjagranjosh.com

शिखर सम्मेलन

इटली 13-15 जून को ग्रुप ऑफ सेवन के प्रमुख लोकतंत्रों के नेताओं के वार्षिक शिखर सम्मेलन की मेज़बानी कर रहा है।

भारत

भारत G7 देशों का आधिकारिक सदस्य नहीं है। लेकिन इतालवी प्रधान मंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने नरेंद्र मोदी को इस भव्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।

मौका

शिखर सम्मेलन नेताओं को लगभग हर उस चीज पर आम दृष्टिकोण बनाने का मौका देते हैं, जिसके बारे में वे बात करना चाहते हैं।

पहला सम्मेलन

1970 के दशक में पहला शिखर सम्मेलन दूसरे विश्व युद्ध के बाद की पहली मंदी से निपटने के लिए आयोजित किया गया था।

प्रमुख विषय

ऊर्जा, आतंकवाद, शीत युद्ध और पर्यावरण समूह के इतिहास में प्रमुख विषय रहे हैं। इसके सदस्य कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका।

G7 की शुरूआत किसने की?

1975 में, फ्रांस के राष्ट्रपति वैलेरी गिसकार्ड डी'स्टैंग ने ग्रुप ऑफ सिक्स की बैठक बुलाई थी। जिसका उद्देश्य अरब तेल प्रतिबंध के मद्देनजर उच्च बेरोजगारी और मुद्रास्फीति के साथ मंदी से निपटना था।

G7 सम्मेलन में कौन से देश भाग ले रहे हैं?

जी7 में संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस, इटली और ब्रिटेन शामिल हैं। इसका प्रतिनिधित्व यूरोपीय परिषद और यूरोपीय आयोग दोनों के अध्यक्ष करते हैं।

G7 सम्मेलन 2024 एजेंडा

अफ्रीका, जलवायु परिवर्तन और भारत का मुष्य एजेंडा विकास के बारे में और इस शिखर सम्मेलन का फोकस वैश्विक भू-राजनीतिक उथल-पुथल से निपटने पर होगा।

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